सपने तथा उनसे प्राप्त होने वाले संभावित फल

1- सांप दिखाई देना-  धन लाभ
 

2- नदी देखना-  सौभाग्य में वृद्धि

3- नाच-गाना देखना-  अशुभ समाचार मिलने के योग

4- नीलगाय देखना-  भौतिक सुखों की प्राप्ति

5- नेवला देखना-  शत्रुभय से मुक्ति

6- पगड़ी देखना-  मान-सम्मान में वृद्धि

7- पूजा होते हुए देखना- किसी योजना का लाभ मिलना

8- फकीर को देखना-  अत्यधिक शुभ फल

9- गाय का बछड़ा देखना-  कोई अच्छी घटना होना

10- वसंत ऋतु देखना-  सौभाग्य में वृद्धि
11- स्वयं की बहन को देखना-  परिजनों में प्रेम बढऩा

12- बिल्वपत्र देखना-  धन-धान्य में वृद्धि

13- भाई को देखना-  नए मित्र बनना

14- भीख मांगना- धन हानि होना

15- शहद देखना-  जीवन में अनुकूलता

16- स्वयं की मृत्यु देखना-  भयंकर रोग से मुक्ति

17- रुद्राक्ष देखना-  शुभ समाचार मिलना

18- पैसा दिखाई-  देना धन लाभ

19- स्वर्ग देखना-  भौतिक सुखों में वृद्धि

20- पत्नी को देखना-  दांपत्य में प्रेम बढ़ना

21- स्वस्तिक दिखाई देना-  धन लाभ होना

22- हथकड़ी दिखाई देना-  भविष्य में भारी संकट

23- मां सरस्वती के दर्शन-  बुद्धि में वृद्धि

24- कबूतर दिखाई देना-  रोग से छुटकारा

25- कोयल देखना-  उत्तम स्वास्थ्य की प्राप्ति

26- अजगर दिखाई देना-  व्यापार में हानि

27- कौआ दिखाई देना-  बुरी सूचना मिलना

28- छिपकली दिखाई देना-  घर में चोरी होना

29- चिडिय़ा दिखाई देना-  नौकरी में पदोन्नति

30- तोता दिखाई देना-  सौभाग्य में वृद्धि
31- भोजन की थाली देखना-  धनहानि के योग

32- इलाइची देखना-  मान-सम्मान की प्राप्ति

33- खाली थाली देखना-  धन प्राप्ति के योग

34- गुड़ खाते हुए देखना-  अच्छा समय आने के संकेत

35- शेर दिखाई देना-  शत्रुओं पर विजय

36- हाथी दिखाई देना-  ऐेश्वर्य की प्राप्ति

37- कन्या को घर में आते देखना-  मां लक्ष्मी की कृपा मिलना

38- सफेद बिल्ली देखना-  धन की हानि

39- दूध देती भैंस देखना-  उत्तम अन्न लाभ के योग

40- चोंच वाला पक्षी देखना-  व्यवसाय में लाभ
61- स्वयं को दिवालिया घोषित करना-  व्यवसाय चौपट होना

62- चिडिय़ा को रोते देखता-  धन-संपत्ति नष्ट होना

63- चावल देखना-  किसी से शत्रुता समाप्त होना

64- चांदी देखना-  धन लाभ होना

65- दलदल देखना- चिंताएं बढऩा

66- कैंची देखना-  घर में कलह होना

67- सुपारी देखना-  रोग से मुक्ति

68- लाठी देखना- यश बढऩा

69- खाली बैलगाड़ी देखना-  नुकसान होना

70- खेत में पके गेहूं देखना-  धन लाभ होना 
51- किसी रिश्तेदार को देखना-  उत्तम समय की शुरुआत

52- तारामंडल देखना-  सौभाग्य की वृद्धि

53- ताश देखना- समस्या में वृद्धि

54- तीर दिखाई- देना लक्ष्य की ओर बढऩा

55- सूखी घास देखना-  जीवन में समस्या

56- भगवान शिव को देखना-  विपत्तियों का नाश

57- त्रिशूल देखना-  शत्रुओं से मुक्ति

58- दंपत्ति को देखना-  दांपत्य जीवन में अनुकूलता

59- शत्रु देखना-  उत्तम धनलाभ

60- दूध देखना-  आर्थिक उन्नति
41- धनवान व्यक्ति देखना-  धन प्राप्ति के योग

42- दियासलाई जलाना-  धन की प्राप्ति

43- सूखा जंगल देखना-  परेशानी होना

44- मुर्दा देखना-  बीमारी दूर होना

45- आभूषण देखना-  कोई कार्य पूर्ण होना

46- जामुन खाना-  कोई समस्या दूर होना

47- जुआ खेलना-  व्यापार में लाभ

48- धन उधार देना-  अत्यधिक धन की प्राप्ति  

49- चंद्रमा देखना-  सम्मान मिलना

50- चील देखना-  शत्रुओं से हानि
71- फल-फूल खाना-  धन लाभ होना

72- सोना मिलना-  धन हानि होना

73- शरीर का कोई अंग कटा हुआ देखना-  किसी परिजन की मृत्यु के योग

74- कौआ देखना-  किसी की मृत्यु का समाचार मिलना

75- धुआं देखना- व्यापार में हानि

76- चश्मा लगाना- ज्ञान में बढ़ोत्तरी

77- भूकंप देखना-  संतान को कष्ट

78- रोटी खाना-  धन लाभ और राजयोग

79- पेड़ से गिरता हुआ देखना किसी रोग से मृत्यु होना

80- श्मशान में शराब पीना-  शीघ्र मृत्यु होना
81- रुई देखना-  निरोग होने के योग

82- कुत्ता देखना-  पुराने मित्र से मिलन

83- सफेद फूल देखना-  किसी समस्या से छुटकारा

84- उल्लू देखना-  धन हानि होना

85- सफेद सांप काटना-  धन प्राप्ति

86- लाल फूल देखना- भाग्य चमकना

87- नदी का पानी पीना-  सरकार से लाभ

88- धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ाना-  यश में वृद्धि व पदोन्नति

89- कोयला देखना-  व्यर्थ विवाद में फंसना

90- जमीन पर बिस्तर लगाना-  दीर्घायु और सुख में वृद्धि
91- घर बनाना-  प्रसिद्धि मिलना

92- घोड़ा देखना-  संकट दूर होना

93- घास का मैदान देखना- धन लाभ के योग

94- दीवार में कील ठोकना-  किसी बुजुर्ग व्यक्ति से लाभ

95- दीवार देखना-  सम्मान बढऩा

96- बाजार देखना- दरिद्रता दूर होना

97- मृत व्यक्ति को पुकारना-  विपत्ति एवं दुख मिलना

98- मृत व्यक्ति से बात करना-  मनचाही इच्छा पूरी होना

99- मोती देखना- पुत्री प्राप्ति

100- लोमड़ी देखना-  किसी घनिष्ट व्यक्ति से धोखा मिलना
121- गुरु दिखाई देना-  सफलता मिलना
 

122- गोबर देखना-  पशुओं के व्यापार में लाभ

123- देवी के दर्शन करना-  रोग से मुक्ति

124- चाबुक दिखाई देना-  झगड़ा होना

125- चुनरी दिखाई देना- सौभाग्य की प्राप्ति

126- छुरी दिखना-  संकट से मुक्ति

127- बालक दिखाई देना-  संतान की वृद्धि

128- बाढ़ देखना-  व्यापार में हानि

129- जाल देखना-  मुकद्में में हानि

130- जेब काटना-  व्यापार में घाटा
11- चेक लिखकर देना-  विरासत में धन मिलना 

112- कुएं में पानी देखना- धन लाभ

113- आकाश देखना- पुत्र प्राप्ति

114- अस्त्र-शस्त्र देखना- मुकद्में में हार

115- इंद्रधनुष देखना- उत्तम स्वास्थ्य

116- कब्रिस्तान देखना- समाज में प्रतिष्ठा

117- कमल का फूल देखना- रोग से छुटकारा

118- सुंदर स्त्री देखना- प्रेम में सफलता

119- चूड़ी देखना- सौभाग्य में वृद्धि

120- कुआं देखना- सम्मान बढऩा
101- अनार देखना-  धन प्राप्ति के योग

102- गड़ा धन दिखाना- अचानक धन लाभ

 

103- सूखा अन्न खाना- परेशानी बढऩा

104- अर्थी देखना- बीमारी से छुटकारा

105- झरना देखना- दु:खों का अंत होना

106- बिजली गिरना- संकट में फंसना

107- चादर देखना- बदनामी के योग

108- जलता हुआ दीया देखना-  आयु में वृद्धि

109- धूप देखना-  पदोन्नति और धनलाभ

110- रत्न देखना-  व्यय एवं दु:ख
131- चंदन देखना-  शुभ समाचार मिलना

132- जटाधारी साधु देखना-  अच्छे समय की शुरुआत

133- स्वयं की मां को देखना- सम्मान की प्राप्ति

134- फूलमाला दिखाई देना-  निंदा होना

135- जुगनू देखना-  बुरे समय की शुरुआत

136- टिड्डी दल देखना-  व्यापार में हानि

137- डाकघर देखना-  व्यापार में उन्नति

138- डॉक्टर को देखना-  स्वास्थ्य संबंधी समस्या

139- ढोल दिखाई देना-  किसी दुर्घटना की आशंका

140- मंदिर देखना-  धार्मिक कार्य में सहयोग करना

 
141- तपस्वी दिखाई-  देना दान करना

142- तर्पण करते हुए देखना-  परिवार में किसी बुर्जुग की मृत्यु

143- डाकिया देखना-  दूर के रिश्तेदार से मिलना

144- तमाचा मारना-  शत्रु पर विजय

 

145- उत्सव मनाते हुए देखना-  शोक होना

146- दवात दिखाई देना-  धन आगमन

147- नक्शा देखना-  किसी योजना में सफलता

148- नमक देखना-  स्वास्थ्य में लाभ

149- कोर्ट-कचहरी देखना-  विवाद में पडऩा

150- पगडंडी देखना-  समस्याओं का निराकरण

151- सीना या आंख खुजाना-  धन लाभ
     
यह व्यक्तिगत शोध नहीं है
सिर्फ पुस्तकों का संचयन मात्र है

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