सुकून भरी मौत


मैं तकरीबन 20 साल के बाद अपने शहर लौटा था! बाज़ार में घुमते हुए सहसा मेरी नज़रें सब्जी का ठेला लगाये एक बूढे पर जा टिकीं, बहुत कोशिश के बावजूद भी मैं उसको पहचान नहीं पा रहा था !
लेकिन न जाने बार बार ऐसा क्यों लग रहा था की मैं उसे बड़ी अच्छी तरह से जनता हूँ !
मेरी उत्सुकता उस बूढ़े से भी छुपी न रही , उसके चेहरे पर आई अचानक मुस्कान से मैं समझ गया था कि उसने मुझे पहचान लिया था !
काफी देर की जेहनी कशमकश के बाद जब मैंने उसे पहचाना तो मेरे पाँव के नीचे से मानो ज़मीन खिसक गई !
इसकी एक बहुत बड़ी आटा मिल हुआ करती थी नौकर चाकर आगे पीछे घूमा करते थे ! धर्म कर्म, दान पुण्य में सब से अग्रणी इस दानवीर पुरुष को मैं ताऊजी कह कर बुलाया करता था !
वही आटा मिल का मालिक और
आज सब्जी का ठेला लगाने पर मजबूर?
मुझसे रहा नहीं गया और मैं उसके पास जा पहुँचा और बहुत मुश्किल से रुंधे गले से पूछा :
"ताऊ जी, ये सब कैसे हो गया?"
भरी ऑंखें लिए मेरे कंधे पर हाथ रख उसने उत्तर दिया:-

"बच्चे बड़े हो गए हैं बेटा".

उन महानुभाव ने अपनी बात कह दी थी अब सोचने की बारी हमारी है जिन्होंने हमें खुशनुमा जीवन दिया क्या उनको हम सुकून भरी मौत भी नही दे सकते?

हिंदी और उर्दू के शब्द

ये हैं वो उर्दू के शब्द जो हम प्रतिदिन प्रयोग
करते हैं,और बहुत आसानी से हम इनके जगह हिंदी के शब्द प्रयोग कर सकते हैं, इन विदेशी शब्दों को त्याग कर
मातृभाषा का प्रयोग करें:-

ईमानदार - निष्ठावान
इंतजार - प्रतीक्षा
इत्तेफाक - संयोग
सिर्फ - केवल
शहीद - बलिदान
यकीन - विश्वास, भरोसा
इस्तकबाल - स्वागत
इस्तेमाल - उपयोग, प्रयोग
किताब - पुस्तक
मुल्क - देश
कर्ज - ऋण
तारीफ - प्रशंसा
इल्ज़ाम - आरोप
गुनाह - अपराध
शुक्रिया - धन्यवाद
सलाम - नमस्कार
मशहूर - प्रसिद्ध
अगर - यदि
ऐतराज - आपत्ति
सियासत - राजनीति
इंतकाम - प्रतिशोध
इज्जत - सम्मान
इलाका - क्षेत्र
एहसान - आभार, उपकार
अहसानफरामोश - कृतघ्न
मसला - समस्या
इश्तेहार - विज्ञापन
इम्तेहान - परीक्षा
कुबूल - स्वीकार
मजबूर - विवश, लाचार
मंजूरी - स्वीकृति
इंतकाल - मृत्यु
बेइज्जती - तिरस्कार
दस्तखत - हस्ताक्षर
हैरान - आश्चर्य
कोशिश - प्रयास, चेष्टा
किस्मत - भाग्य
फैसला - निर्णय
हक - अधिकार
मुमकिन - संभव
फर्ज - कर्तव्य
उम्र - आयु
साल - वर्ष
शर्म - लज्जा
सवाल - प्रश्न
जबाब - उत्तर
जिम्मेदार - उत्तरदायी
फतह - विजय
धोखा - छल
काबिल - योग्य
करीब - समीप, निकट
जिंदगी - जीवन
हकीकत - सत्य
झूठ - मिथ्या
जल्दी - शीघ्र
इनाम - पुरस्कार
तोहफा - उपहार
इलाज - उपचार
हुक्म - आदेश
शक - संदेह
ख्वाब - स्वप्न
तब्दील - परिवर्तित
कसूर - दोष
बेकसूर - निर्दोष
कामयाब - सफल
गुलाम - दास
और भी अन्य सैंकड़ों उर्दू के शब्द जो हम प्रयोग
में लेते हैं।
जांच करें कि आप कितने उर्दू के शब्द बोलते है।
हिन्दी बोलने का प्रयास करें!!!!

धन्यवाद !!
#वन्देमातरम

#जनजागृति_हेतु_शेयर_जरुर_करे…

२० सूत्र जिन्दगी बदल देने के लिए

जिंदगी खूबसूरत बनाने के बीस (२०) उपाएँ :
-
1.खुद की कमाई से कम खर्च
हो ऐसी जिन्दगी बनायें,
2. दिन मेँ कम से कम 3 लोगो की प्रशंशा करें,
3. खुद की भुल स्वीकार ने मेँ
कभी भी संकोच मत करें,
4. किसी के सपनो पर
कभी भी न हंसें,
5. अपने पीछे खडे
व्यक्ति को भी कभी आगे जाने का मौका दें,
6. रोज हो सके तो सुरज को उगता हुआ अवश्य देखे,
7. खुब जरुरी हो तभी कोई
चीज उधार लें,
8. किसी से कुछ जानना हो तो, विवेक से दो बार पूछे,
9. कर्ज और शत्रु को कभी बडा मत होने दें,
10. ईश्वर पर अटूट पुरा भरोशा रखें,
11. प्रार्थना करना कभी मत भूले, प्रार्थना मेँ अपार
शक्ति होती
है,
12. अपने काम से मतलब रखें,
13. समय सबसे ज्यादा कीमती है,
इसको फालतु कामो मेँ खर्च मत करें,
14. जो आपके पास है, उसी मेँ खुश
रहना सीखें,
15. बुराई
कभी भी किसी कि भी मत
करें, क्योकिँ बुराई नाव
मेँ छेद समान है, छेद छोटी हो या बडी नाव
तो डुबो ही देती है,
16. हमेशा सकारात्मक सोच रखे,
17. हर व्यक्ति एक हुनर लेकर पैदा होता हैं, बस उस हुनर
को दुनिया के सामने लायें,
18. कोई काम छोटा नही होता, हर काम बडा होता है
जैसे कि सोचो जो काम आप कर रहे हो अगर आप वह काम
आप नही करते हो तो दुनिया पर क्या असर होता...?,
19. सफलता उनको ही मिलती है जो कुछ
करते है,
20. कुछ पाने के लिए कुछ खोना नही बल्कि
कुछ करना पडता है |

सच अब तू याद नही आता

याद तू नही आता, याद वो शाम आती है जिसमे तू साथ होता था

याद तू नही आता, याद वो पिक्चर आती है जो हम साथ साथ देखते थे

याद तू नही आता, याद वो बेंच आती है जिसमे हम साथ साथ बैठते थे

याद तू नही आता, याद वो कॉलेज आता है जहाँ हम मस्ती करते थे

याद तू नही आता, याद वो दोसे आते है जो तेरे साथ खाते थे

याद तू नही आता, याद वो गाड़ी आती है जिसमे हम साथ साथ घूमते थे

याद तू नही आता, याद वो झुला आता है जहाँ हमारा समय बीतता था

याद तू नही आता, याद तो मुंबई की यात्रा आती है यहाँ तू साथ था

याद तू नही आता, याद तो वो रात आती जब हम भूतो की बातें करते थे

याद तू नही आता, याद तो वो दुकान आती है जहाँ हम पहली बार मिले थे

याद तू नही आता, याद तो पटेल भैया का वो पहला बर्फ गोला आता है जो तूने खिलाये थे

याद तू नही आता, याद वो टपरी आती है जहाँ हमारी रोज की शाम गुजरती थी

सच अब तू याद नही आता

धर्म क्या है? क्या मंदिर जाना चाहिए?

10वी पास हुए अभी ज्यादा दिन नही हुए थे,और ये समय घर परिवार से मनमुटाव का होता है, और एसे समय में एक दोस्त मिला। उसने बार बार ,हर दिन एक बात मेरे दिमाग में भरने का काम किया की पिताजी मतलब एटीएम मशीन , और माताजी मतलब मेस जहाँ से खाना मिलता है।

10वी तक मैं बहुत ही धार्मिक किस्म का लड़का था। मेरा आचरण सोच बहुत अच्छी थी, प्रतिदिन अपने समय का एक बड़ा हिस्सा धर्म क्रियाओ में जाता था। मंदिर जाना, रोज पूजा करना इत्यादि। पर अब तो मुझे दोस्त मिल गया था। अब मेरी सोच बदल रही थी, धर्म ध्यान पूजा पाठ मुझे फालतू लगने लगा था। इसी बिच 12वी पास हो गया।

अब इस साल मुझे मेरे पसंद के महाविद्यालय में प्रवेश नही मिला।(और बाद में भी मुझे मेरी पसंद बदलनी पड़ी)

अब मैंने एक साल तैयारी करने की सोची। इस साल मेरे पास सोचने के लिए बहुत समय था क्युकी मेरे पास काम कुछ नही था, और मेरा खाली दिमाग शैतान का घर हो गया। अब मैं धर्म को ले कर तर्क कुतर्क करना शुरू कर दिया था। अब मेरे लिए धर्म का मतलब गरीब को रोटी खिलाना था। किसी दिन वृधाश्रम में जा के सेवा करना था। अब मुझे मेरी सोच पर गर्वहोता था और घर वालो की सोच पसंद नही आती थी।

इसी समय विवेकान्द जी की बात पढने में आई और बस अब सच में मेरे लिए मंदिर मिठाई चढ़ाना पाप हो गया। ख़ुशी है मुझे इन सब बातो से की कम से कम इस बिच मैंने खुद से बात करना सिख लिया था मैंने खुद की सोच, खुद की एक विचारधारा बनानी शुरू की थी। और इन सब में सबसे अच्छी बात यही थी। इसी बिच मेरे engg में प्रवेश के दिन आ गये। और एक engg के महाविद्यालय में मेरा प्रवेश शुरू हुआ।

पहले दो साल हंसी मस्ती पढाई लिखाई में निकल गये। सवेरे दोपहर शाम और रात अब सब कुछ दोस्तों के साथ होता था।तीसरा साल में मैं कुछ रिश्तेदारों के साथ रहता था। अब दोस्तों से मिलना कम हो गया और खुद के लिए समय मिलना फिर शुरू हुआ।

अब पहले से कुछ ज्यादा परिपक्वता आने लगी थी। अब एक दिन मैंने सोचा की यार गरीब को खाना खिलाना अच्छी बात है, और वृधाश्रम में जा के सेवा करना धर्म है, ये बात समझ आ गई है पर अमल में नही।

उस दिन चिंतन चला और एक निर्णय लिया कि उस दिन मंदिर जाना और पूजा पाठ करना बंद कर दूंगा जिस दिन से मैं रोज वृधाश्रम जाना और गरीबो की सेवा शुरू कर दूंगा ।

अफ़सोस इस बात का है उस दिन के बाद से आज तक सिर्फ एक बार वृधाश्रम गया हूँ, और किसी दिन गरीब को खाना खिलाया ऐसा याद नही।

अब कुछ दिनों बाद दिमाग में एक बात आई की क्यों मेरे दिमाग में वृधाश्रम और गरीब आये? क्यों उनकी सेवा और उनकी भूख के बारे में सोचा मैंने?

इस बात को आप लोग भी सोचिये अगर ये बात आपके मन में भी है तो...

इसका जवाब निचे कमेंट(टिप्पणी) में लिखा हुआ है

बहन होनी चाहिए

कैसी भी हो एक
बहन होनी चाहिये..........।
.
बड़ी हो तो माँ- बाप से बचाने
वाली.
छोटी हो तो हमारे पीठ पिछे छुपने
वाली..........॥
.
बड़ी हो तो चुपचाप हमारे पाँकेट मे
पैसे रखने वाली,
छोटी हो तो चुपचाप पैसे निकालके
लेने वाली.........॥
.
छोटी हो या बड़ी, छोटी-
छोटी बातों पे
लड़ने वाली,एक बहन
होनी चाहिये.......॥
.
बड़ी हो तो ,गलती पे हमारे कान
खींचने वाली,
छोटी हो तो अपनी गलती पर,साँरी भईया कहने
वाली...
खुद से ज्यादा हमे प्यार करने
वाली एक बहन होनी चाहिये.... ....॥

खुश हूँ

एक कविता,
चंद पंक्तियाँ,
बिना कठिन शब्दों के,
पर एक ऐसा कठिन कार्य कर सकने वाली,
जो सिर्फ आध्यात्मिक लोगो के बस का है।
जो कभी कभी महाज्ञानी भी नही कर पाते

             
जिंदगी है छोटी, हर पल में खुश हूं
काम में खुश हूं, आराम में खुश हू

आज पनीर नहीं, दाल में ही खुश हूं
आज गाड़ी नहीं, पैदल ही खुश हूं

दोस्तों का साथ नहीं, अकेला ही खुश हूं
आज कोई नाराज है, उसके इस अंदाज से ही खुश हूं

जिस को देख नहीं सकता, उसकी आवाज से ही खुश हूं
जिसको पा नहीं सकता, उसको सोच कर ही खुश हूं

बीता हुआ कल जा चुका है, उसकी मीठी याद में ही खुश हूं
आने वाले कल का पता नहीं, इंतजार में ही खुश हूं

हंसता हुआ बीत रहा है पल, आज में ही खुश हूं
जिंदगी है छोटी, हर पल में खुश हूं

अगर दिल को छुआ, तो जवाब देना
वरना बिना जवाब के भी खुश हूं।

बिदेशी रोग घरेलु उपाय

 आज के घरेलु उपाय 

बहुत ही काम की जानकारी....


दही मथें माखन मिले,
केसर संग मिलाय,
होठों पर लेपित करें,
रंग गुलाबी आय..

बहती यदि जो नाक हो,
बहुत बुरा हो हाल,
यूकेलिप्टिस तेल लें,
सूंघें डाल रुमाल..


अजवाइन को पीसिये ,
गाढ़ा लेप लगाय,
चर्म रोग सब दूर हो,
तन कंचन बन जाय..


अजवाइन को पीस लें ,
नीबू संग मिलाय,
फोड़ा-फुंसी दूर हों,
सभी बला टल जाय..


अजवाइन-गुड़ खाइए,
तभी बने कुछ काम,
पित्त रोग में लाभ हो,
पायेंगे आराम..


ठण्ड लगे जब आपको,
सर्दी से बेहाल,
नीबू मधु के साथ में,
अदरक पियें उबाल..


अदरक का रस लीजिए.
मधु लेवें समभाग,
नियमित सेवन जब करें,
सर्दी जाए भाग..


रोटी मक्के की भली,
खा लें यदि भरपूर,
बेहतर लीवर आपका,
टी० बी० भी हो दूर..


गाजर रस संग आँवला,
बीस औ चालिस ग्राम,
रक्तचाप हिरदय सही,
पायें सब आराम..

१०
शहद आंवला जूस हो,
मिश्री सब दस ग्राम,
बीस ग्राम घी साथ में,
यौवन स्थिर काम..

११
चिंतित होता क्यों भला,
देख बुढ़ापा रोय,
चौलाई पालक भली,
यौवन स्थिर होय..

१२
लाल टमाटर लीजिए,
खीरा सहित सनेह,
जूस करेला साथ हो,
दूर रहे मधुमेह..

१३
प्रातः संध्या पीजिए,
खाली पेट सनेह,
जामुन-गुठली पीसिये,
नहीं रहे मधुमेह..

१४
सात पत्र लें नीम के,
खाली पेट चबाय,
दूर करे मधुमेह को,
सब कुछ मन को भाय..

१५
सात फूल ले लीजिए,
सुन्दर सदाबहार,
दूर करे मधुमेह को,
जीवन में हो प्यार..

१६
तुलसीदल दस लीजिए,
उठकर प्रातःकाल,
सेहत सुधरे आपकी,
तन-मन मालामाल..

१७
थोड़ा सा गुड़ लीजिए,
दूर रहें सब रोग,
अधिक कभी मत खाइए,
चाहे मोहनभोग.

१८
अजवाइन और हींग लें,
लहसुन तेल पकाय,
मालिश जोड़ों की करें,
दर्द दूर हो जाय..

१९
ऐलोवेरा-आँवला,
करे खून में वृद्धि,
उदर व्याधियाँ दूर हों,
जीवन में हो सिद्धि..

२०
दस्त अगर आने लगें,
चिंतित दीखे माथ,
दालचीनि का पाउडर,
लें पानी के साथ..

२१
मुँह में बदबू हो अगर,
दालचीनि मुख डाल,
बने सुगन्धित मुख, महक,
दूर होय तत्काल..

२२
कंचन काया को कभी,
पित्त अगर दे कष्ट,
घृतकुमारि संग आँवला,
करे उसे भी नष्ट..

२३
बीस मिली रस आँवला,
पांच ग्राम मधु संग,
सुबह शाम में चाटिये,
बढ़े ज्योति सब दंग..

२४
बीस मिली रस आँवला,
हल्दी हो एक ग्राम,
सर्दी कफ तकलीफ में,
फ़ौरन हो आराम..

२५
नीबू बेसन जल शहद ,
मिश्रित लेप लगाय,
चेहरा सुन्दर तब बने,
बेहतर यही उपाय..

२६.
मधु का सेवन जो करे,
सुख पावेगा सोय,
कंठ सुरीला साथ में ,
वाणी मधुरिम होय.

२७.
पीता थोड़ी छाछ जो,
भोजन करके रोज,
नहीं जरूरत वैद्य की,
चेहरे पर हो ओज..

२८
ठण्ड अगर लग जाय जो
नहीं बने कुछ काम,
नियमित पी लें गुनगुना,
पानी दे आराम..

२९
कफ से पीड़ित हो अगर,
खाँसी बहुत सताय,
अजवाइन की भाप लें,
कफ तब बाहर आय..

३०
अजवाइन लें छाछ संग,
मात्रा पाँच गिराम,
कीट पेट के नष्ट हों,
जल्दी हो आराम..

३१
छाछ हींग सेंधा नमक,
दूर करे सब रोग, जीरा
उसमें डालकर,
पियें सदा यह भोग..।

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मोबाइल से जुडो

¶मोबाइल  से  जुडी  कई  ऐसी  बातें  जिनके  बारे  में  हमें  जानकारी  नहीं  होती  लेकिन  मुसीबत  के  वक्त  यह  मददगार  साबित  होती  है ।

         इमरजेंसी नंबर ---

            दुनिया  भर  में  मोबाइल  का  इमरजेंसी  नंबर  112  है । अगर  आप  मोबाइल  की  कवरेज  एरिया  से  बाहर  हैं
तो  112  नंबर  द्वारा  आप  उस  क्षेत्र  के  नेटवर्क  को  सर्च  कर  लें। ख़ास  बात  यह  है  कि  यह  नंबर  तब  भी  काम  करता  है  जब  आपका  की  पैड  लौक  हो।

             जान  अभी  बाकी  है---

               मोबाइल  जब  बैटरी  लो  दिखाए  और  उस  दौरान  जरूरी  कॉल  करनी  हो, ऐसे  में  आप  *3370#  डायल  करें । आपका  मोबाइल  फिर  से   चालू  हो  जायेगा और  आपका  सेलफोन  बैटरी  में  50  प्रतिशत  का  इजाफा  दिखायेगा। मोबाइल  का  यह  रिजर्व  दोबारा  चार्ज  हो  जायेगा  जब आप  अगली  बार  मोबाइल  को  हमेशा  की  तरह  चार्ज  करेंगे।

           मोबाइल  चोरी  होने पर---

              मोबाइल  फोन  चोरी  होने  की स्थिति  में  सबसे  पहले  जरूरत  होती  है,  फोन  को  निष्क्रिय  करने  की  ताकि  चोर  उसका  दुरुपयोग  न  कर  सके । अपने  फोन  के  सीरियल  नंबर  को  चेक  करने  के  लिए  *#06#  दबाएँ । इसे  दबाते  ही  आपकी  स्क्रीन  पर  15  डिजिट  का  कोड  नंबर  आयेगा। इसे  नोट  कर  लें  और  किसी  सुरक्षित  स्थान  पर रखें। जब  आपका  फोन  खो  जाए  उस  दौरान  अपने  सर्विस  प्रोवाइडर  को  ये  कोड  देंगे  तो  वह  आपके  हैण्ड  सेट  को  ब्लोक  कर  देगा।

             कार की चाभी खोने पर ---

             अगर  आपकी  कार  की  रिमोट  की लेस  इंट्री  है। और  गलती  से  आपकी  चाभी  कार  में  बंद  रह  गयी  है। और दूसरी  चाभी  घर  पर  है। तो  आपका  मोबाइल  काम  आ  सकता  है। घर  में  किसी  व्यक्ति  के  मोबाइल  फोन  पर  कॉल  करें। घर  में  बैठे  व्यक्ति  से  कहें  कि  वह  अपने  मोबाइल  को  होल्ड  रखकर  कार  की  चाभी  के  पास  ले जाएँ और  चाभी  के  अनलॉक बटन  को  दबाये। साथ  ही  आप  अपने  मोबाइल  फोन  को  कार  के  दरवाजे  के  पास  रखें....। दरवाजा खुल जायेगा।

है न विचित्र किन्तु सत्य......!!!

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एंड्राइड मोबाइल यूजर के काम के कोड
1. Phone Information, Usage and Battery – *#*#4636#*#*

2. IMEI Number – *#06#

3. Enter Service Menu On Newer Phones – *#0*#

4. Detailed Camera Information –*#*#34971539#*#*

5. Backup All Media Files –*#*#273282*255*663282*#*#*

6. Wireless LAN Test –*#*#232339#*#*

7. Enable Test Mode for Service –*#*#197328640#*#*

8. Back-light Test – *#*#0842#*#*

9. Test the Touchscreen –*#*#2664#*#*

10. Vibration Test –*#*#0842#*#*

11. FTA Software Version –*#*#1111#*#*

12. Complete Software and Hardware Info –*#12580*369#

13. Diagnostic Configuration –*#9090#

14. USB Logging Control –*#872564#

15. System Dump Mode –*#9900#

16. HSDPA/HSUPA Control Menu –*#301279#

17. View Phone Lock Status –*#7465625#

18. Reset the Data Partition to Factory State – *#*#7780#*#*

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सपने तथा उनसे प्राप्त होने वाले संभावित फल

1- सांप दिखाई देना-  धन लाभ
 

2- नदी देखना-  सौभाग्य में वृद्धि

3- नाच-गाना देखना-  अशुभ समाचार मिलने के योग

4- नीलगाय देखना-  भौतिक सुखों की प्राप्ति

5- नेवला देखना-  शत्रुभय से मुक्ति

6- पगड़ी देखना-  मान-सम्मान में वृद्धि

7- पूजा होते हुए देखना- किसी योजना का लाभ मिलना

8- फकीर को देखना-  अत्यधिक शुभ फल

9- गाय का बछड़ा देखना-  कोई अच्छी घटना होना

10- वसंत ऋतु देखना-  सौभाग्य में वृद्धि
11- स्वयं की बहन को देखना-  परिजनों में प्रेम बढऩा

12- बिल्वपत्र देखना-  धन-धान्य में वृद्धि

13- भाई को देखना-  नए मित्र बनना

14- भीख मांगना- धन हानि होना

15- शहद देखना-  जीवन में अनुकूलता

16- स्वयं की मृत्यु देखना-  भयंकर रोग से मुक्ति

17- रुद्राक्ष देखना-  शुभ समाचार मिलना

18- पैसा दिखाई-  देना धन लाभ

19- स्वर्ग देखना-  भौतिक सुखों में वृद्धि

20- पत्नी को देखना-  दांपत्य में प्रेम बढ़ना

21- स्वस्तिक दिखाई देना-  धन लाभ होना

22- हथकड़ी दिखाई देना-  भविष्य में भारी संकट

23- मां सरस्वती के दर्शन-  बुद्धि में वृद्धि

24- कबूतर दिखाई देना-  रोग से छुटकारा

25- कोयल देखना-  उत्तम स्वास्थ्य की प्राप्ति

26- अजगर दिखाई देना-  व्यापार में हानि

27- कौआ दिखाई देना-  बुरी सूचना मिलना

28- छिपकली दिखाई देना-  घर में चोरी होना

29- चिडिय़ा दिखाई देना-  नौकरी में पदोन्नति

30- तोता दिखाई देना-  सौभाग्य में वृद्धि
31- भोजन की थाली देखना-  धनहानि के योग

32- इलाइची देखना-  मान-सम्मान की प्राप्ति

33- खाली थाली देखना-  धन प्राप्ति के योग

34- गुड़ खाते हुए देखना-  अच्छा समय आने के संकेत

35- शेर दिखाई देना-  शत्रुओं पर विजय

36- हाथी दिखाई देना-  ऐेश्वर्य की प्राप्ति

37- कन्या को घर में आते देखना-  मां लक्ष्मी की कृपा मिलना

38- सफेद बिल्ली देखना-  धन की हानि

39- दूध देती भैंस देखना-  उत्तम अन्न लाभ के योग

40- चोंच वाला पक्षी देखना-  व्यवसाय में लाभ
61- स्वयं को दिवालिया घोषित करना-  व्यवसाय चौपट होना

62- चिडिय़ा को रोते देखता-  धन-संपत्ति नष्ट होना

63- चावल देखना-  किसी से शत्रुता समाप्त होना

64- चांदी देखना-  धन लाभ होना

65- दलदल देखना- चिंताएं बढऩा

66- कैंची देखना-  घर में कलह होना

67- सुपारी देखना-  रोग से मुक्ति

68- लाठी देखना- यश बढऩा

69- खाली बैलगाड़ी देखना-  नुकसान होना

70- खेत में पके गेहूं देखना-  धन लाभ होना 
51- किसी रिश्तेदार को देखना-  उत्तम समय की शुरुआत

52- तारामंडल देखना-  सौभाग्य की वृद्धि

53- ताश देखना- समस्या में वृद्धि

54- तीर दिखाई- देना लक्ष्य की ओर बढऩा

55- सूखी घास देखना-  जीवन में समस्या

56- भगवान शिव को देखना-  विपत्तियों का नाश

57- त्रिशूल देखना-  शत्रुओं से मुक्ति

58- दंपत्ति को देखना-  दांपत्य जीवन में अनुकूलता

59- शत्रु देखना-  उत्तम धनलाभ

60- दूध देखना-  आर्थिक उन्नति
41- धनवान व्यक्ति देखना-  धन प्राप्ति के योग

42- दियासलाई जलाना-  धन की प्राप्ति

43- सूखा जंगल देखना-  परेशानी होना

44- मुर्दा देखना-  बीमारी दूर होना

45- आभूषण देखना-  कोई कार्य पूर्ण होना

46- जामुन खाना-  कोई समस्या दूर होना

47- जुआ खेलना-  व्यापार में लाभ

48- धन उधार देना-  अत्यधिक धन की प्राप्ति  

49- चंद्रमा देखना-  सम्मान मिलना

50- चील देखना-  शत्रुओं से हानि
71- फल-फूल खाना-  धन लाभ होना

72- सोना मिलना-  धन हानि होना

73- शरीर का कोई अंग कटा हुआ देखना-  किसी परिजन की मृत्यु के योग

74- कौआ देखना-  किसी की मृत्यु का समाचार मिलना

75- धुआं देखना- व्यापार में हानि

76- चश्मा लगाना- ज्ञान में बढ़ोत्तरी

77- भूकंप देखना-  संतान को कष्ट

78- रोटी खाना-  धन लाभ और राजयोग

79- पेड़ से गिरता हुआ देखना किसी रोग से मृत्यु होना

80- श्मशान में शराब पीना-  शीघ्र मृत्यु होना
81- रुई देखना-  निरोग होने के योग

82- कुत्ता देखना-  पुराने मित्र से मिलन

83- सफेद फूल देखना-  किसी समस्या से छुटकारा

84- उल्लू देखना-  धन हानि होना

85- सफेद सांप काटना-  धन प्राप्ति

86- लाल फूल देखना- भाग्य चमकना

87- नदी का पानी पीना-  सरकार से लाभ

88- धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ाना-  यश में वृद्धि व पदोन्नति

89- कोयला देखना-  व्यर्थ विवाद में फंसना

90- जमीन पर बिस्तर लगाना-  दीर्घायु और सुख में वृद्धि
91- घर बनाना-  प्रसिद्धि मिलना

92- घोड़ा देखना-  संकट दूर होना

93- घास का मैदान देखना- धन लाभ के योग

94- दीवार में कील ठोकना-  किसी बुजुर्ग व्यक्ति से लाभ

95- दीवार देखना-  सम्मान बढऩा

96- बाजार देखना- दरिद्रता दूर होना

97- मृत व्यक्ति को पुकारना-  विपत्ति एवं दुख मिलना

98- मृत व्यक्ति से बात करना-  मनचाही इच्छा पूरी होना

99- मोती देखना- पुत्री प्राप्ति

100- लोमड़ी देखना-  किसी घनिष्ट व्यक्ति से धोखा मिलना
121- गुरु दिखाई देना-  सफलता मिलना
 

122- गोबर देखना-  पशुओं के व्यापार में लाभ

123- देवी के दर्शन करना-  रोग से मुक्ति

124- चाबुक दिखाई देना-  झगड़ा होना

125- चुनरी दिखाई देना- सौभाग्य की प्राप्ति

126- छुरी दिखना-  संकट से मुक्ति

127- बालक दिखाई देना-  संतान की वृद्धि

128- बाढ़ देखना-  व्यापार में हानि

129- जाल देखना-  मुकद्में में हानि

130- जेब काटना-  व्यापार में घाटा
11- चेक लिखकर देना-  विरासत में धन मिलना 

112- कुएं में पानी देखना- धन लाभ

113- आकाश देखना- पुत्र प्राप्ति

114- अस्त्र-शस्त्र देखना- मुकद्में में हार

115- इंद्रधनुष देखना- उत्तम स्वास्थ्य

116- कब्रिस्तान देखना- समाज में प्रतिष्ठा

117- कमल का फूल देखना- रोग से छुटकारा

118- सुंदर स्त्री देखना- प्रेम में सफलता

119- चूड़ी देखना- सौभाग्य में वृद्धि

120- कुआं देखना- सम्मान बढऩा
101- अनार देखना-  धन प्राप्ति के योग

102- गड़ा धन दिखाना- अचानक धन लाभ

 

103- सूखा अन्न खाना- परेशानी बढऩा

104- अर्थी देखना- बीमारी से छुटकारा

105- झरना देखना- दु:खों का अंत होना

106- बिजली गिरना- संकट में फंसना

107- चादर देखना- बदनामी के योग

108- जलता हुआ दीया देखना-  आयु में वृद्धि

109- धूप देखना-  पदोन्नति और धनलाभ

110- रत्न देखना-  व्यय एवं दु:ख
131- चंदन देखना-  शुभ समाचार मिलना

132- जटाधारी साधु देखना-  अच्छे समय की शुरुआत

133- स्वयं की मां को देखना- सम्मान की प्राप्ति

134- फूलमाला दिखाई देना-  निंदा होना

135- जुगनू देखना-  बुरे समय की शुरुआत

136- टिड्डी दल देखना-  व्यापार में हानि

137- डाकघर देखना-  व्यापार में उन्नति

138- डॉक्टर को देखना-  स्वास्थ्य संबंधी समस्या

139- ढोल दिखाई देना-  किसी दुर्घटना की आशंका

140- मंदिर देखना-  धार्मिक कार्य में सहयोग करना

 
141- तपस्वी दिखाई-  देना दान करना

142- तर्पण करते हुए देखना-  परिवार में किसी बुर्जुग की मृत्यु

143- डाकिया देखना-  दूर के रिश्तेदार से मिलना

144- तमाचा मारना-  शत्रु पर विजय

 

145- उत्सव मनाते हुए देखना-  शोक होना

146- दवात दिखाई देना-  धन आगमन

147- नक्शा देखना-  किसी योजना में सफलता

148- नमक देखना-  स्वास्थ्य में लाभ

149- कोर्ट-कचहरी देखना-  विवाद में पडऩा

150- पगडंडी देखना-  समस्याओं का निराकरण

151- सीना या आंख खुजाना-  धन लाभ
     
यह व्यक्तिगत शोध नहीं है
सिर्फ पुस्तकों का संचयन मात्र है

प्यार तुम्ही से करते है...

- हम प्यार तो उन्ही से....

हम प्यार तो उन्ही से करते है​;​
पर अब ये जताना छोड़ दिया;​

हम उनसे कभी रूठे ही नहीं​;​
और उसने भी मनाना छोड़ दिया;​

मरना भी मुश्किल है, जिस शख्श के बगैर्;​
उस शक़्स् ने ख्वाबो में भी आना छोड़ दिया​;​

ऱोना तो कभी हमें आता ही ना था;​
पर अब हमने मुस्कराना छोड़ दिया;​

सब पूछ्ते है कि हम क्यों लिखते नहीं;​
कैसे कहे कि ज़ख्मो को ​कागज़ पे सजाना छोड दिया।